कर्ज से छुटकारा न मिल पाने के उपाय

कर्ज से छुटकारा न मिल पाने के पीछे ज्योतिषीय, आर्थिक और मानसिक कारण हो सकते हैं। ज्योतिष में, कर्ज और आर्थिक तंगी को मुख्य रूप से ग्रहों की स्थिति और कुंडली में उनके दोषों से जोड़ा जाता है। आइए विस्तार से समझते हैं:


कर्ज से छुटकारा न मिल पाने के कारण (ज्योतिषीय दृष्टिकोण):

कुंडली विशलेषण-2 वर्षों का ज्‍योतिषीय विवरण

  1. मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव:
    • मंगल ग्रह कर्ज और ऋण का मुख्य कारक है। इसे ‘ऋण का स्वामी’ भी कहा जाता है।
    • अगर मंगल ग्रह अशुभ स्थिति में हो, नीच का हो, या पाप ग्रहों से पीड़ित हो, तो व्यक्ति पर कर्ज का बोझ बढ़ता रहता है।
    • कमजोर मंगल होने पर लिए गए कर्ज का समय पर भुगतान करना कठिन हो जाता है।
  2. शनि ग्रह की प्रतिकूल स्थिति:
    • शनि कर्म और धन का कारक है। अगर यह कुंडली में कमजोर हो या अशुभ ग्रहों के साथ हो, तो व्यक्ति को आर्थिक तंगी और कर्ज से जूझना पड़ता है।
    • शनि की साढ़े साती या ढैय्या भी आर्थिक समस्याएं बढ़ा सकती है।
  3. राहु और केतु का प्रभाव:
    • राहु भ्रम और गलत निर्णयों का ग्रह है।
    • राहु के कारण व्यक्ति गलत निवेश या अनावश्यक खर्च करता है, जिससे कर्ज बढ़ता है।
    • केतु अकारण समस्याएं पैदा करता है, जैसे काम में बाधा या अचानक धन हानि।
  4. चंद्रमा का कमजोर होना:
    • चंद्रमा मन का कारक है। कमजोर चंद्रमा मानसिक अस्थिरता और गलत निर्णयों की ओर ले जाता है।
    • मानसिक तनाव के कारण व्यक्ति कर्ज लेने और इसे चुकाने में चूक कर सकता है।
  5. लग्न और द्वितीय भाव का दोष:
    • कुंडली का लग्न भाव (स्वास्थ्य और आत्मविश्वास) और द्वितीय भाव (धन और परिवार) कर्ज से जुड़े होते हैं।
    • अगर इन भावों में अशुभ ग्रहों का प्रभाव हो या कमजोर ग्रह हों, तो व्यक्ति आर्थिक संकट का सामना करता है।
  6. अष्टम और द्वादश भाव का प्रभाव:
    • अष्टम भाव अनपेक्षित घटनाओं और ऋण का संकेत देता है।
    • द्वादश भाव व्यय का कारक है। यदि ये भाव पीड़ित हों, तो व्यक्ति का खर्च उसकी आय से अधिक होता है, और वह कर्ज में फंस जाता है।

कर्ज के ज्योतिषीय दोषी ग्रह:

  1. मंगल ग्रह (ऋण कारक):
    • नीच का मंगल या अशुभ स्थिति में मंगल कर्ज लेने और इसे चुकाने में रुकावट पैदा करता है।
    • मंगल के उपाय जरूरी होते हैं।
  2. शनि ग्रह (कर्म और स्थिरता):
    • अशुभ शनि व्यक्ति को मेहनत का पूरा फल नहीं मिलने देता।
    • शनि के दोष से व्यक्ति कर्ज के जाल में फंस सकता है।
  3. राहु (भ्रम और लालच):
    • राहु की वजह से व्यक्ति बिना सोचे-समझे कर्ज लेता है।
    • यह ग्रह गलत फैसलों का कारण बनता है।
  4. चंद्रमा (मन की स्थिरता):
    • कमजोर चंद्रमा मानसिक तनाव और अस्थिरता देता है, जिससे आर्थिक निर्णय गलत हो सकते हैं।

ग्रहों की शांति के लिए पूजा करवाएं 


कर्ज से मुक्ति के उपाय (ज्योतिषीय):

  1. मंगल दोष निवारण:
    • “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
    • मंगलवार को हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं।
    • गरीबों को मसूर की दाल और लाल वस्त्र दान करें।
  2. शनि के उपाय:
    • शनिवार को शनि चालीसा का पाठ करें।
    • सरसों के तेल में अपना चेहरा देखकर उसे शनि मंदिर में दान करें।
    • काले उड़द, तिल, और लोहे का दान करें।
  3. राहु दोष निवारण:
    • “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” मंत्र का जाप करें।
    • नारियल का दान करें और शनिवार को चींटियों को आटा और गुड़ खिलाएं।
  4. चंद्रमा को मजबूत करें:
    • सोमवार को शिवलिंग पर कच्चा दूध और जल चढ़ाएं।
    • सफेद चावल, चीनी और दूध का दान करें।
    • “ॐ सों सोमाय नमः” मंत्र का जाप करें।
  5. विशेष रत्न धारण:
    • ज्योतिषी से परामर्श लेकर मूंगा (मंगल), नीलम (शनि) या गोमेद (राहु) धारण करें।
  6. अन्य उपाय:
    • नियमित “ऋणमोचन मंगल स्तोत्र” का पाठ करें।
    • पितृ दोष की शांति के लिए श्राद्ध और तर्पण करें।
    • घर में तुलसी का पौधा लगाएं और प्रतिदिन दीपक जलाएं।

कर्ज से बचने के लिए सामान्य सलाह:

  • अनावश्यक खर्चों से बचें।
  • आय और व्यय का संतुलन बनाए रखें।
  • नियमित दान और पुण्य कार्य करें।
  • ज्योतिषीय सलाह के अनुसार पूजा और उपाय करें।

सही उपाय और नियमित प्रयास से कर्ज से छुटकारा संभव है।

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here