सूर्य देव को अर्घ्य देने का सही समय
वैदिक काल से सूर्य देव को जल चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है। सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा माना गया है। पुराणों में उल्लिखित है कि सूर्य देव की आराधना से सभी रोग दूर होते हैं। क्या आपको पता है कि सूर्य देव को अर्घ्य देने का उचित समय और तरीका क्या है -:
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सूर्योदय के समय
शास्त्रों में सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर मुंह कर के और शाम के समय पश्चिम दिशा की ओर मुंह कर के सूर्य को जल चढ़ाने की बात कही गई है।
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सूर्य को जल चढ़ाते समय
सूर्य को जल चढ़ाते समय जमीन पर गिरने वाला जल वज्र बनकर रोग का नाश करता है।
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जन्मकुंडली में सूर्य ग्रह
जन्मकुंडली(Janam Kundali) में सूर्य ग्रह नीच स्थान में बैठा है तो उसके अशुभ फल से बचने के लिए रोज सूर्य देव को जल चढ़ाना चाहिए। यदि कुंडली(Kundali) में सूर्य, शनि, राहु-केतु के प्रभाव में है तो उस जातक को रोज सूर्यदेव को जल चढ़ाएं।
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व्यापार में सफलता
व्यापार और नौकरी में परेशानी आ रही है या करियर में सफलता पाना चाहते हैं तो सूर्य देव की उपासना करें।
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