कई लोग सैनिक, पुलिस ऑफिसर या आईपीएस ऑफिसर बनने का सपना देखते हैं लेकिन इस सपने को पूरा करने की राह बहुत मुश्किल होती है साथ ही आपकी कुंडली पर भी ये बात निर्भर करती है कि आपका ये सपना पूरा हो पाएगा या नहीं।
जी हां, ये सच है कि कुंडली में कुछ विशेष योग के बनने पर ही कोई जातक देश सेवा के क्षेत्र में कार्यरत हो पाता है। अगर आप भी सेना या पुलिस में जाना चाहते हैं तो एक बार आपको अपनी कुंडली में नज़र डाल लेनी चाहिए।
कुंडली में बनते हैं ऐसे योग
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल और शनि जन्मकुंडली में देश सेवा के क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरित करने वाले दो प्रमुख ग्रह हैं। मंगल के शुभ प्रभाव के कारण जातक साहसी, निडर, मेहनती बनता है और अपने क्षेत्र में सफलता पाता है। सेना और रक्षा के क्षेत्र में साहस की सबसे ज्यादा जरूरत होती है इसलिए जिसका मंगल मजबूत होगा वह व्यक्ति सेना में अपना नाम चमका सकता है। वहीं शनि के शुभ प्रभाव से व्यक्ति अनुशासन में रहता है। शनि देव को न्याय और सज़ा का कारक भी माना जाता है।
कुंडली में मंगल, शनि, राहू और केतु का महत्व
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस जातक की कुंडली में मंगल मजबूत होता है उनके सेना या पुलिस में जाने के प्रबल आसार होते हैं। अगर इन योगों में मंगल का शुभ प्रभाव पड़ रहा है तो व्यक्ति सेना में जाता है वरना मंगल के अशुभ प्रभाव में पुलिस की नौकरी लगती है।
आइए जानते हैं इन योगों के बारे में…
अगर राहू लग्न में या लग्न भाव के स्वामी के साथ या दसवें भाव में या लग्न भाव में बैठा हो तो वह जातक पुलिस में काम करता है। मंगल और केतु का संबंध इस क्षेत्र में सफल होने में बहुत मदद करता है।
कुंडली के अन्य योग
- दसवें भाव से मंगल और शनि का संबंध होने या नवांश कुंडली में ऐसा संबंध होने से व्यक्ति के सेना या पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी करने की संभावना बढ़ जाती है।
- लग्न भाव का स्वामी शुक्र हो या इसकी नवम भाव में मंगल के साथ युति हो रही हो या दसवें भाव का स्वामी होकर चंद्रमा या गुरु पर दृष्टि पड़ रही हो। शनि अनुशासन और जनता का कारक है, अगर इस ग्रह की ग्यारहवें भाव के स्वामी यानि सूर्य या बुध से चौथे भाव में युति हो रही है तो वह जातक पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी करता है।
- मीन लग्न की कुंडली मे अगर मंगल नवम भाव का स्वामी हो या इसकी ग्यारहवे भाव पर दृष्टि पड़ रही हो तो वह व्यक्ति देश की सेवा में कार्य करता है। छठे भाव में सूर्य और बुध की युति होने पर जातक अपना पूरा जीवन देश सेवा में निकाल देता है।
- खुफिया एजेंट या खुफिया जांच एजेंसी से जुड़ने में मंगल और केतु अहम भूमिका निभाते हैं। आठवें भाव या स्वामी, दसवें भाव या स्वामी, लग्न या लग्नेश या तीसरे भाव या तृतीयेश से इसका संबंध होने पर भी व्यक्ति देश की सेवा का काम करता है।
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