भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां हर किसी को अपने धर्म, संस्कृति और नियमों के पालन की पूरी आजादी है। एक ओर जहां भारत में धर्मों की विभिन्नता दिखाई देती है तो वहीं दूसरी ओर यही विभिन्न धर्म देश की साख और शांति को खंडित करने से भी नहीं चूकते। ऐसा कई बार हुआ है जब धर्म के नाम पर देश में दंगों की आग भड़की है। इन धार्मिक दंगों में सबसे ऊपर नाम आता है गुजरात और बाबरी मस्जिद के दंगों का।
श्रीराम की जन्मभूमि पर राम मंदिर की जगह मस्जिद बनाने के कारण हिंदू-मुस्लिम के बीच भड़के दंगों ने विकराल रूप ले लिया था तो वहीं गुजरात दंगों ने भी देश को आर्थिक, धार्मिक और राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाया था।
दुर्योधन से सुनें उसकी हार के वे तीन कारण…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन दंगों की सबसे विचित्र बात यह रही कि इन दोनों घटनाओं के दौरान बृहस्पति कन्या राशि में गोचर कर रहा था। गुजरात दंगे 1969 में हुए और बाबरी मस्जिद का कांड 1991 में घटित हुआ। ज्योतिषीय दृष्टि से इन दोनों घटनाओं के दौरान बृहस्पति कन्या राशि में गोचर कर रहा था। बृहस्पति के कन्या राशि में गोचर के कारण ही ग्रहों की ऐसी दशा का निर्माण हुआ कि देश में भयंकर दंगे भड़के और जान-माल की हानि हुई।
ज्योतिष ज्ञान के अनुसार अगस्त 2016 में भी बृहस्पति एक बार फिर कन्या राशि में गोचर करेगा। बृहस्पति के इस राशि में गोचर करने पर देश को भयंकर परिणाम देखने पड़े हैं। इस ग्रहीय दशा में अगर पूर्व की तरह फिर से दंगे हुए तो इस कारण देश आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक रूप से काफी कमजोर एवं पिछड़ सकता है। मानव जाति के लिए तो बृहस्पति का यह संयोग विनाशकारी साबित हो सकता है। आपको बता दें कि यह गोचर अगस्त 2016 से शुरु होकर 12 सितंबर 2017 तक रहेगा। अब देखना यह होगा कि क्या बृहस्पति कन्या राशि में अपने गोचर के कारण पूर्व में हुए दंगों की कहानी को फिर से दोहराता है या नहीं।
सूर्य और शनि 15 जून तक बिगाड़ेंगें आपके काम, जानिए राशि…
किसी भी जानकारी के लिए Call करें : 8285282851
ज्योतिष से संबधित अधिक जानकारी और दैनिक राशिफल पढने के लिए आप हमारे फेसबुक पेज को Like और Follow करें : Astrologer on Facebook