विवाह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण संस्कार है, और शुभ मुहूर्त में विवाह करना शुभ माना जाता है। वर्ष 2025 में विवाह के लिए निम्नलिखित शुभ तिथियाँ उपलब्ध हैं:
जनवरी 2025:
- 16 जनवरी (गुरुवार)
- 17 जनवरी (शुक्रवार)
- 18 जनवरी (शनिवार)
- 19 जनवरी (रविवार)
- 20 जनवरी (सोमवार)
- 21 जनवरी (मंगलवार)
- 23 जनवरी (गुरुवार)
- 24 जनवरी (शुक्रवार)
- 26 जनवरी (रविवार)
- 27 जनवरी (सोमवार)
मार्च 2025:
- 1 मार्च (शनिवार)
- 2 मार्च (रविवार)
- 6 मार्च (गुरुवार)
- 7 मार्च (शुक्रवार)
- 12 मार्च (बुधवार)
अप्रैल 2025:
- 14 अप्रैल (सोमवार)
- 16 अप्रैल (बुधवार)
- 18 अप्रैल (शुक्रवार)
- 19 अप्रैल (शनिवार)
- 20 अप्रैल (रविवार)
- 21 अप्रैल (सोमवार)
- 25 अप्रैल (शुक्रवार)
- 29 अप्रैल (मंगलवार)
- 30 अप्रैल (बुधवार)
मई 2025:
- 1 मई (गुरुवार)
- 5 मई (सोमवार)
- 6 मई (मंगलवार)
- 8 मई (गुरुवार)
- 10 मई (शनिवार)
- 14 मई (बुधवार)
- 15 मई (गुरुवार)
- 16 मई (शुक्रवार)
- 17 मई (शनिवार)
- 18 मई (रविवार)
- 22 मई (गुरुवार)
- 23 मई (शुक्रवार)
- 24 मई (शनिवार)
- 27 मई (मंगलवार)
- 28 मई (बुधवार)
जून 2025:
- 2 जून (सोमवार)
- 3 जून (मंगलवार)
- 4 जून (बुधवार)
- 12 जून (गुरुवार)
दिसंबर 2025:
- 4 दिसंबर (गुरुवार)
- 5 दिसंबर (शुक्रवार)
- 6 दिसंबर (शनिवार)
इन तिथियों का चयन पंचांग शुद्धि, नक्षत्र, योग, और करण के आधार पर किया गया है। हालांकि, विवाह के लिए शुभ मुहूर्त का निर्धारण करते समय वर-वधू की कुंडली का मिलान और व्यक्तिगत ज्योतिषीय परामर्श लेना भी आवश्यक है, ताकि विवाह जीवन सुखमय और समृद्ध हो।