किसी राशि पर ग्रहों का प्रभाव घर में उपस्थित एक ग्रह और अन्य ग्रहों की युति पर निर्भर करता है। दो से अधिक ग्रहों की उपस्थिति में भी समान प्रभाव ही पड़ता है। आइए जानते हैं कि एक घर में पांच ग्रहों की उपस्थिति का जातक पर क्या प्रभाव पड़ता है -:
सूर्य-चंद्रमा-मंगल-बुध-बृहस्पति
जातक अपने जीवन में अनेक कार्य करता है किंतु वह धोखे का साथ लेता है। वह एक बढिया योद्धा और आयोजक होता है। वह आतुर एवं बेईमान होता है।
सूर्य-चंद्रमा-मंगल-बुध-शुक्र
जातक की अपने धर्म की अपेक्षा दूसरे धर्म में अधिक श्रद्धा रहती है। उसका शरीर कमजोर तथा रोगग्रस्त रहता है। वह बहुत स्वार्थी होता है। उसके भाई-बहनों की असामयिक मृत्यु भी संभव है।
सूर्य-चंद्रमा-मंगल-बुध-शनि
इस युति के अंतर्गत आने वाले जातक हमेशा निसंतान, अकेले और गरीब रहते हैं। इनका परिवार से अधिकतर अलगाव रहता है एवं ये जातक जीवन में प्यार से वंचित रह जाते हैं।
सूर्य-चंद्रमा-बुध-बृहस्पति-शुक्र
यह जातक धोखेबाज होते हैं और दूसरों की समृद्धि से ईर्ष्या करते हैं। वह बहादुर होते हैं। बहुत छोटी उम्र में ये अपने परिवार से दूर हो जाते हैं। नेत्र संबंधी बीमारियों से भी ग्रस्त रहते हैं।
सूर्य-चंद्रमा-मंगल-शुक्र-शनि
ग्रहों की इस युति से गुजर रहे जातकों का जीवन व्यर्थ एवं रसहीन रहता है। ये गरीबी में रहते हैं और दूसरों से हमेशा झगड़ा करते रहते हैं। वह योद्धा होते हैं।
सूर्य-चंद्रमा-बुध-शुक्र-शनि
ग्रहों की इस युति के अंदर जातक विवाहेत्तर संबंध बनाता है। ये जातक साफ रहना पसंद नहीं करते एवं दूसरों के साथ ज्यादा मेलजोल भी इन्हें रास नहीं आता। ये बहादुर एवं शांतिप्रिय होते हैं।
सूर्य-चंद्रमा-बुध- बृहस्पति-शुक्र
जातक को समृद्धि के साथ-साथ नाम कमाने का मौका मिलता है। वह साहसिक होते हैं। ग्रहों की इस युति में जातक के नेता बनने के योग बनते हैं।
सूर्य-चंद्रमा-बुध-बृहस्पति-शनि
इस युति में जातक अत्यंत गरीबी में अपना जीवन निर्वाह करता है। दूसरों का बचा हुआ भोजन खाता है। वह पापी और क्रोधी स्वाभाव के होते हैं।
सूर्य-चंद्रमा-बुध-शुक्र-शनि
यह जातक गरीब और निसंतान रहते हैं। वह शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं। इनमें स्वयं को हानि पहुंचाने की प्रवृत्ति होती है।
सूर्य-चंद्रमा-बृहस्पति-शुक्र-शनि
ग्रहों की इस युति में पैदा होने वाले जातक अस्थिर एवं अस्पष्ट होते हैं। वह बुद्धिमान और बहादुर होते हैं। इनमें जादूगर बनने की क्षमता होती है। यह जातक एक से ज्यादा लव रिलेशन बनाते हैं।
सूर्य-मंगल-बुध-बृहस्पति-शुक्र
ये जातक सेना में कार्य करते हैं अन्यथा किसी संस्था के अध्यक्ष बनते हैं। वह अपने जीवन में अवैध संबंध बनाते हैं। इनका सेंस ऑफ ह्यूमर बढिया होता है।
सूर्य-मंगल-बुध-बृहस्पति-शनि
इस युति में पैदा होने वाले जातकों को बेहद गरीबी में जीवनयापन करना पड़ता है। इनका दिमाग नकारात्मक विचारों से भरा रहता है।
सूर्य-बुध-बृहस्पतति-शुक्र-शनि
यह जातक भाग्यशाली, धार्मिक, ज्ञानी और प्रतिभाशाली होते हैं।
चंद्रमा-मंगल-बुध-बृहस्परति-शुक्र
यह जातक अच्छे स्वभाव के एवं चंचल होते हैं। आत्मविश्वासी यह जातक दूसरों पर निर्भर रहते हैं। लेखन में इनकी रूचि होती है।
चंद्रमा-बुध-मंगल-शुक्र-शनि
यह जातक हमेशा अस्वस्थ और दुखी रहता है। अपने विचारों के कारण ये खूब नाम कमाते हैं। ये दानी होते हैं।
चंद्रमा-बुध-बृहस्पति-शुक्र-शनि
ये जातक दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं। यह आंखों के इंफेक्शन से पीडित रहते हैं।
मंगल-बुध-बृहस्पति शुक्र-शनि
ये जातक काफी लोकप्रिय होते हैं और सभी से सम्मान प्राप्त करते हैं। ये जातक सुखी जीवन व्यतीत करते हैं।