राहू केतु की यह स्थिति आपको स्वार्थी बनाती है। आप दूसरों को बिल्कुल महत्व नहीं देते और चाहते हैं कि हर जगह बस उनकी ही आव-भगत हो। कभी कभी आप बहुत उतावले हो जाते हैं और खासकर ऐसी चीजों में जो आपसे संबंधित हों। आपका क्रोध केवल आपकी शांति को ही खराब करता है इससे किसी और को कोई फर्क नहीं पड़ता। आपको लगता होगा कि कुछ लोग आपसे दूरी बनाए रखने की कोशिश करते हैं। आप बहुत जल्दी गुस्सा होकर बिफर पड़ते हैं जिस कुछ ही पल में शांत भी हो जाते हैं।