राहु का रत्न है गोमेद (Hessonite) जिसे आकर्षक रंग और गुणों के कारण नवरत्नों में स्थान दिया गया है। राहु ग्रह से पीडित होने पर जातक मानसिक तनाव और क्रोध से घिर जाता है। उसकी निर्णय लेने की क्षमता क्षीण हो जाती है। राहु के इन्हीं प्रभावों को कम करता है गोमेद रत्न।
गोमेद रत्न के लाभ
यह रत्न राहु के दुष्प्रभावों को कम करता है और जीवन से नकारात्मक ऊर्जाओं को खत्म कर देता है।
गोमेद धारण करने से आय स्रोत खुलते हैं और मानसिक परेशानियों से निजात मिलती है।
गोमेद रत्न में कालसर्प दोषों को दूर करने की भी क्षमता होती है। काले जादू से भी ये रत्न धारणकर्ता की रक्षा करता है।
कैसे करें धारण गोमेद -
गोमेद को शनिवार को चांदी या अष्टधातु में जड़वाकर शाम के समय विधिनुसार उसकी उपासना के बाद बीच की अंगुली में धारण करना चाहिए। गोमेद का वजन 6 रत्ती से कम नहीं होना चाहिए। इसे पहनने से पहले ‘ऊं रां राहवे नम:’ का मंत्र 180 बार जप करके गोमेद को जागृत करके पहनना चाहिए।
हमसे क्यों लें -
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