इस भाव में यदि जातक चालाक एवं धूर्त होगा तभी वह बृहस्पति के अच्छे परिणामों का लाभ ले पाएगा। 2, 4 और 6 भाव में मित्र ग्रह के होने पर आर्थिक मामलों में बृहस्पति अत्यधिक शुभ परिणाम देता है।
वेदिक ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति के विभिन्न भावों में होने का फल