छठे भाव में चंद्रमा के होने पर जातक को पेट संबंधी समस्याएं रहती हैं। इस भाव में चंद्र की उपस्थिति के कारण ‘बलरिष्ठा’योग का निर्माण होता है। आपको बता दें कि इस योग में जन्म के कुछ समय बाद ही मृत्यु संभव है। बचपन में इन्हें स्वास्थ्य समस्याएं रहती हैं।