भगवान शिव का रुद्र रूप है ग्यारह मुखी रुद्राक्ष। ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को शिखा में बांधना या गले में धारण करना चाहिए।
डिलीवरी: | 5-8 दिनों में डिलीवरी |
मुफ़्त शिपिंग: | पूरे भारत में |
फ़ोन पर ख़रीदें: | +91 82852 82851 |
अभिमंत्रित: | फ्री अभिमन्त्रण आचार्य रमन जी द्वारा |
विवरण
आकार : | गोलाकार |
वजन (ग्राम) : | 3.0 to 4.0 (Approx) |
माप : | 17mm (Approx) |
सर्टिफिकेशन: | Astrovidhi |
उत्पत्ति : | नेपाली रूद्राक्ष |
भगवान शिव का रुद्र रूप है ग्यारह मुखी रुद्राक्ष। ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को शिखा में बांधना या गले में धारण करना चाहिए।
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को भगवान इंद्र का स्वरूप भी माना जाता है।
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को सोमवार, शुक्रवार या एकादशी के दिन ही धारण करना चाहिए। इस रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र “ॐ ह्रीं हूं नमः” है।
इसके पश्चात् तीन माला का “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। इससे आपको ग्यारह मुखी रुद्राक्ष का दस गुना अधिक लाभ प्राप्त होगा।
ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।