भगवान शिव की आंखों से गिरा प्रथम आंसू ही एकमुखी रुद्राक्ष है। इस रुद्राक्ष को सबसे अधिक कल्याणकारी और महत्वपूर्ण माना गया है।
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विवरण
आकार एवं उत्पत्ति : | दक्षिण भारतीय काजू आकार प्राकृतिक रूद्राक्ष |
वजन (ग्राम) : | ~3.2-3.6 |
माप : | ~35*20 |
सर्टिफिकेशन: | Astrovidhi |
धातु : | N/A |
भगवान शिव की आंखों से गिरा प्रथम आंसू ही एकमुखी रुद्राक्ष है। इस रुद्राक्ष को सबसे अधिक कल्याणकारी और महत्वपूर्ण माना गया है।
पूरे ब्रह्मांड की कल्याणकारी वस्तुओं में एकमुखी रुद्राक्ष का नाम सर्वप्रथम आता है।
एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र “ॐ ह्रीं नमः” है और शिव का पंचाक्षर बीज मंत्र “ॐ नमः शिवाय” है। दोनों में से किसी भी एक मंत्र का उच्चारण कर एकमुखी रुद्राक्ष को धारण किया जा सकता है।
ध्यान रहे नियमित पांच माला का “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करने से इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
एकमुखी रुद्राक्ष को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।
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Write a reviewरिश्तेदारी में बने छुपे शत्रुओं की वजह से मेरा और मेरे पति का जीवन बहुत ही परेशानी में था। पंडितजी से हमने बात की और कुंडली दिखवाने के बाद, उन्होंने हमें एकमुखी रुद्राक्ष धारण करने के लिए कहा।
आज मैं ये बात कह सकती हूँ की ये एक दम सटीक काम करता है। वेसे तो एकमुखी रुद्राक्ष दूसरी जगह भी मिल जाता लेकिन सिर्फ़ Astrovidhi ने ही इसे अभिमंत्रित करके हमें दिया।
धन्यवाद पंडितजी।