संसार में सकारात्मक शक्तियां हैं तो नकारात्मक भी मौजूद हैं। आप मानें या मानें लेकिन हमारे आसपास भूत-प्रेत भी मौजूद होते हैं और ये कई बार मनुष्य के शरीर पर कब्जा कर लेते हैं। अगर आपकी कुंडली में प्रेत बाधा दोष है तो आपके शरीर पर किसी प्रेत का साया हो सकता है।
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संसार में सकारात्मक शक्तियां हैं तो नकारात्मक भी मौजूद हैं। आप मानें या मानें लेकिन हमारे आसपास भूत-प्रेत भी मौजूद होते हैं और ये कई बार मनुष्य के शरीर पर कब्जा कर लेते हैं। अगर आपकी कुंडली में प्रेत बाधा दोष है तो आपके शरीर पर किसी प्रेत का साया हो सकता है।
कुंडली में प्रथम भाव में चन्द्र के साथ राहु की युति होने पर एवं पंचम और नवम भाव में कोई क्रूर ग्रह स्थित हो तो उस जातक पर भूत-प्रेत, पिशाच या बुरी आत्माओं का प्रभाव रहता है। इसके अलावा गोचर के दौरान भी यही स्थिति रहने पर प्रेत बाधा से पीडित होना निश्चित है।
इस दोष से प्रभावित व्यक्ति को नर्क जैसा जीवन बिताना पड़ता है। ऐसे में उसे भूख प्यास नहीं लगती और उसका मन अशांत रहता है। इस दोष से पीडित जातक से संबंधित लोगों पर भी इसका प्रभाव पड़ता है।
धूप, फूल पान के पत्ते, सुपारी, हवन सामग्री, देसी घी, मिष्ठान, गंगाजल, कलावा, हवन के लिए लकड़ी (आम की लकड़ी), आम के पत्ते, अक्षत, रोली, जनेऊ, कपूर, शहद, चीनी, हल्दी और गुलाबी कपड़ा|
प्रेत बाधा दोष के निवारण हेतु पूजन की अनेक विधि हैं। सबसे उत्तम विधि वैदिक मंत्रों द्वारा किया जाने वाला विधान है। प्रेत बाधा दोष की शांति के लिए उससे संबंधित ग्रहों को उनके मंत्रों द्वारा शांत किया जाता है।
पूजा का समय शुभ मुहुर्त देखकर तय किया जाएगा।
नाम एवं गोत्र, पिता का नाम
जन्म तारीख, स्थान
पूजा का प्रसाद
यंत्र और सूखा प्रसाद
आप AstroVidhi के Customer Care Number 8285282851 पर संपर्क करके प्रेत बाधा दोष पूजन का अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के लिए करवाने का समय ले सकते हैं।
जिस किसी को प्रेत बाधा योग की शांति के लिए आप ये पूजा करवाना चाहते हैं उसका नाम, जन्म स्थान, गोत्र और पिता का नाम अवश्य ज्ञात होना चाहिए।