प्राचीन समय से ही ज्योतिषों का तथा विद्वानों का मत है की इस सृष्टि की संरचना पांच तत्वों से मिलकर हुई है। आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी। सात चक्र पिरामिड में इन सबके गुण सम्मिलित है, जिनका हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है। पिरामिड का अर्थ ही ऊर्जा और शक्ति से है। इस पिरामिड में पंचतत्वों का मिश्रण है।
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प्राचीन समय से ही ज्योतिषों का तथा विद्वानों का मत है की इस सृष्टि की संरचना पांच तत्वों से मिलकर हुई है। आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी। सात चक्र पिरामिड में इन सबके गुण सम्मिलित है, जिनका हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है। पिरामिड का अर्थ ही ऊर्जा और शक्ति से है। इस पिरामिड में पंचतत्वों का मिश्रण है।
आकाश का सम्बन्ध गुरु ग्रह से है, वायु तत्व के स्वामी शनि ग्रह है, सूर्य तथा मंगल अग्नि तत्व के स्वामी है, जल चन्द्र तथा शुक्र का जलतत्व ग्रह माना गया है। पृथ्वी का स्वामी बुध ग्रह है। इन सबके मिश्रण से तैयार किया गया यह सात चक्र पिरामिड जो मनुष्य के जीवन को सुखद बनाता है। जो जातक अपने घर में सात चक्र पिरामिड स्थापित करता है उसे कई लाभ होते है।
मानव की पांचो ही इन्द्रियों जीभ, कान, नाक, त्वचा और आँखों की सुरक्षा के लिए यह सात चक्र पिरामिड बहुत ही लाभकारी है इसकी स्थापना से कठिन स्थिति को भी आसानी से पार करने की अद्भुत क्षमता मनुष्य के अंदर संचारित होती है। मजबूत इच्छा शक्ति तथा व्यापार में वृद्धि के लिए किसी भी शुभ मुहूर्त में सात चक्र पिरामिड लक्ष्मी के मन्त्रों से अभिमंत्रित करके घर के ईशान कोण या उत्तर दिशा में रखने से धन की बरकत होती है तथा व्यापार में दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की होती है।
इस साथ चक्र पिरामिड को हमारे अनुभवी ज्योतिषों द्वारा अभिमंत्रित किया गया है, जिससे आपको जल्दी ही शुभ फल मिलता है तथा जीवन में उत्पन्न होनेवाली बाधाएं पूर्णतः ख़त्म हो जाती है।