‘श्री यंत्र’ देवी लक्ष्मी, सरस्वती, धन, संपदा और संपन्नता का प्रतीक है। श्री यंत्र में पूरा ब्रह्माण्ड समाया हुआ है। इसकी साधना से धर्म, मोक्ष, अर्थ, काम की प्राप्ति होती है।
डिलीवरी: | 5-8 दिनों में डिलीवरी |
मुफ़्त शिपिंग: | पूरे भारत में |
फ़ोन पर ख़रीदें: | +91 82852 82851 |
अभिमंत्रित: | फ्री अभिमन्त्रण आचार्य रमन जी द्वारा |
विवरण
धातु: | पंच धातु |
साइज़: | 3x3 inch |
भार: | ~10 Gm |
आकृति: | चौकोर |
अभिमंत्रित: | पण्डित सूरज शास्त्री |
‘श्री यंत्र’ देवी लक्ष्मी, सरस्वती, धन, संपदा और संपन्नता का प्रतीक है। श्री यंत्र में पूरा ब्रह्माण्ड समाया हुआ है। इसकी साधना से धर्म, मोक्ष, अर्थ, काम की प्राप्ति होती है।
नवचक्रों से बने इस यंत्र में चार शिव चक्र, पांच शक्ति चक्र होते हैं। इस प्रकार इस यंत्र में 43 त्रिकोण, 28 मर्म स्थान, 24 संधियां बनती हैं। तीन रेखा के मिलन स्थल को मर्म और दो रेखाओं के मिलन स्थल को संधि कहा जाता है।
श्री यंत्र को हमारे पंडितजी द्वारा अभिमंत्रित कर के आपके पास भेजा जाएगा जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।