मंगल के शनि में गोचर करने पर जातक के जीवन क्रोध और जुनून आदि में कई तरह के बदलाव आते हैं। जीवन के प्रति नज़रिया बदल जाता है। जल्दबाज़ी में काम करने पर नाकामयाबी मिलती है जिससे मन कुंठा से भर जाता है। अपने लक्ष्य को पाने में दिक्कत होती है। धीरे-धीरे परिस्थिति बेहतर हो जाती है और आप लोगों को भी समझ पाते हैं। जिम जाने या योगा करने के लिए ये बहुत सही समय है।