शनि और सूर्य पिता-पुत्र होने के साथ-साथ एक-दूसरे के शत्रु भी हैं। शनि के सूर्य भाव में गोचर करने पर पिता-पुत्र के संबंधों में खटास आती है। ऊर्जा के स्तर में कमी आने लगती है। अकेलापन सताता है और किसी का साथ नहीं मिलता। कुछ लोग अपने रिश्तों को खत्म कर देने के बारें में भी सोचते हैं।