वैदिक ज्योतिष में शुक्र को शनि का मित्र बताया गया है। इस दौरान जातक अपने संबंधों पर शक करने लगता है। इस वजह से रिश्तों में गलतफहमियां बढ़ जाती हैं और उस रिश्ते का अंत भी संभव है। सेक्स की भूख बढ़ जाती है और जातक एक से ज्यादा लोगों के साथ संबंध बनाने लगता है। आत्मसम्मान से जुड़े ख्याल मन में ज्यादा आने लगते हैं। जातक को लगता है कि उसका पार्टनर उसे धोखा दे रहा है। पार्टनर के साथ झगड़े बढ़ जाते हैं। फिजूलखर्ची की वजह से आर्थिक बोझ बढ़ जाता है और बाद में आप अपने पैसे को समझदारी से खर्च करने लगते हैं।