बिहार के सोनपुर में स्थित हरिहर नाथ मंदिर विश्व का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां हरि (विष्णु) और हर (शिव) की एकीकृत मूर्ति स्थापित है। मान्यता है कि इस मंदिर की मूर्ति की स्थापना स्वयं ब्रह्मा जी ने की थी, बाद में भगवान राम ने सीता स्वयंवर के लिए जाते समय यहां पूजन किया था जिस कारण इस मंदिर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व अत्यधिक है। हरिहर नाथ मंदिर एक ऐसा स्थल जहाँ आध्यात्मिक और धार्मिक वातावरण की गूँज हमेशा सुनाई और दिखाई पड़ती है। मंदिर के ऊपर एक सुंदर और आकर्षक गुबंद है जो ध्वनि सिद्धांत तथा वास्तुकला की दृष्टि से अत्यंत महत्पूर्ण है। मान्यता है कि यदि कोई गंगा स्नान करके बाबा हरिहर नाथ मंदिर पर जलाभिषेक करता है तो उसकी सात पीढ़ियाँ तर जाती हैं। हरि हर के एकसाथ दर्शन करने को श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं।
मुख्य आकर्षण
मंदिर के प्रवेश द्वार पर घंटे लगाए गए हैं। मान्यता है कि घंटा बजाने के पीछे इनकी ध्वनि से अनिष्ठ करने वाली विपत्तियों से व्यक्ति बच जाता है। हरिहर नाथ मंदिर के प्रांगण में माँ भगवती दुर्गा, माँ लक्ष्मी, राधाकृष्ण, भगवान विष्णु, माता पार्वती, गणेश जी, शंकर जी, विष्णु जी, माता गायत्री, संतोषी माता, हनुमान जी, नंदी जी आदि की प्रतिमा स्थापित हैं जिनकी पूजा हर भक्त बड़ी श्रद्धा के साथ करता है। प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर एक माह के लिए एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला लगता है जो अनेकता में एकता का संदेश देता है।
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दर्शनीय स्थल
हरिहर मंदिर के दर्शन को आए श्रद्धालु इसके निकटतम अनेक मंदिरों के दर्शन कर भगवान का आाशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। सोनपुर में गोल घर, सुरेश्वरी मंदिर, सुबरनामेरू मंदिर, समलेश्वरी मंदिर, रामेश्वर मंदिर, पंचरथ मंदिर, महाराजा मंदिर, गोकेनेश्वर मंदिर, हरमंदिरजी आदि दर्शनीय स्थल हैं।
कैसे पहुंचे
बिहार के सोनपुर में स्थित हरिहर मंदिर के दर्शन करने के लिए पटना का जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम एयरपोर्ट है। यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन सोनपुर जंक्शन है। यहां से बस-टैक्सी की सुविधा हर समय उपलब्ध रहती है।
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