1822 में स्वामी आदिनाथ द्वारा निर्मित स्वामी नारायण मंदिर, स्वामी नारायण संप्रदाय का पहला मंदिर है। यह गुजरात के अहमदाबाद के कालुपुर में स्थित एक भव्य मंदिर है जो नर-नारायण को समर्पित है। इस मंदिर को बर्मी टीक की लकड़ी से बनाया गया है। इस पर की गई नक्काशी बेहद खूबसूरत है और कई धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख की गई आकृतियों को यहां उकेरने की कोशिश की गई है और उनमें सुंदर रंग भी भरे गए हैं। मंदिर में कई धर्मों का प्रदर्शन होता है। इस मंदिर में महिलाओं के लिए विशेष भाग है जहां उनके लिए शिक्षा और समारोह होते हैं। यह मंदिर, रंगों का उत्सव है जो पुराने शहर के प्राचीन रंग में डूबा हुआ है। हिंदू देवी देवताओं की हरे और पीले रंग की भव्य मूर्तियां श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं।
अपने सुंदर रंगों और भव्य नक्काशी से सुशोभित इस मंदिर का हर एक कोना वास्तुशिल्प और शिल्पकला का एक नया उदाहरण प्रस्तुत करता है। दीपावली के अगले दिन मंदिर की सुंदरता और भव्यता को निहारने दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। मंदिर का मुख्य द्वार कलात्मकता से परिपूर्ण है।
नर नारायण मंदिर
मंदिर का केंद्र है नर नारायण मंदिर जहां नर नारायण देव, राधाकृष्ण, धर्मदेव, भक्तिमाता और हरिकृष्णा की सुंदर मूर्तियां स्थापित हैं।
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अक्षर भवन
मंदिर के इस भाग में स्वामीनारायण की निजी वस्तुओं की प्रदर्शनी लगती है। इसका दक्षिणी भाग श्री तेजेंद्र भुवन के नाम से जाना जाता है।
रंग महोल
मंदिर के इस भाग में स्वामीनारायण की समभंग मुद्रा में मूर्ति विराजमान है। माना जाता है कि यह मूर्ति गुजरात की उत्कृष्ट मूर्तिकला का बेहतरीन नमूना है।
दर्शनीय स्थल
गुजरात के इस कलात्मक मंदिर के दर्शन को आए श्रद्धालु अहमद शाह मस्जिद, भद्रकाली मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, विक्टोरिया गार्डन, बाल वाटिका, चंदोला झील और कंकरिया झील देख सकते हैं।
कैसे पहुंचे
गुजरात के स्वामीनारायण मंदिर पहुंचने के लिए अहमदाबाद का सरदार वल्लभ भाई पटेल एयरपोर्ट सबसे निकटतम हवाई अड्डा है। मुख्य रेलवे स्टेशन कालुपुर में स्थित है। यहां से बस-टैक्सी की सुविधा हर समय उपलब्ध होती है।