तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में एक भव्य स्वर्ण मंदिर स्थित है जिसे श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है। अपनी भव्यता के कारण महालक्ष्मी मंदिर कुछ ही सालों में दक्षिण के स्वर्ण मंदिर के तौर पर प्रसिद्ध हो गया है। यह स्वर्ण मंदिर पर्यटकों को दूर से ही आकर्षित करता है। देवी नारायणी को समर्पित इस मंदिर को महालक्ष्मी मंदिर, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर आदि कई नामों से जाना जाता है। 15,000 किलो विशुद्ध सोने से निर्मित इस मंदिर की संरचना वृताकार है। मंदिर परिसर में देश की सभी प्रमुख नदियों से पानी लाकर सर्व तीर्थम सरोवर का निर्माण कराया गया है। तमिलनाडु जाने वाले श्रद्धालु अब महालक्ष्मी मंदिर वेल्लोर जरूर जाते हैं। रात में जब इस मंदिर में प्रकाश किया जाता है, तब सोने की चमक देखने लायक होती है। स्वर्ण मंदिर के चारों ओर हरियाली फैली हुई है।
मंदिर का मुख्य आकर्षण
स्वर्ण से निर्मित इस मंदिर का स्वरूप अद्भुत है। इसके साक्षात दर्शन करने से लगता है मानो यह रावण की सोने की लंका है। मुख्य भवन तक पहुंचने के लिए विशिष्ट सितारेनुमा परिक्रमा स्थल से होकर गुजरना पड़ता है। मंदिर के बाहरी भवन में सोने के 36 स्तंभ और क्रिस्टल के झालर लगे हुए हैं। मंदिर के भीतर मां लक्ष्मी की स्वर्ण की सुंदर प्रतिमा स्थापित है। श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर पर सोने की लगभग नौ से पंद्रह सोने की परतें हैं, जिन्हें शिलालेखों द्वारा सजाया भी गया है। इस मंदिर में शिलालेख की कला वेदों से ली गई है। मंदिर में प्रवेश के लिए सख्त ड्रेसकोड के नियम का पालन करना अनिवार्य है।
अन्य दर्शनीय स्थल
श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर का दृश्य तो अद्वितीय है। इसे देखकर दर्शनार्थी मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। वेल्लोर में जलकंडेश्वर मंदिर, वेल्लोर किला, श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर, पुंगनूर झील, वीरींजीपुरम मंदिर, श्री सेल्वा विनायगर मंदिर, श्री दक्षिणामूर्ति मंदिर मंदिर जैसे कई दार्शनिक स्थलों की भरमार है।
कैसे पहुंचे
तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में स्थित श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर तक पहुंचने के लिए चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम एयरपोर्ट है। नजदीकी वेल्लोर काटपाड़ी जंक्शन रेलवे स्टेशन है। यहां से बस-टैक्सी सुविधा उपलब्ध रहती है।