लाजवर्त को अंग्रेजी में लैपिस लजुली भी कहा जाता है। शनि और राहू-केतु के दोषों को एकसाथ शांत करने के लिए इस रत्न को धारण किया जाता है। क...
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रुद्राक्ष, लावा की राख, स्फटिक, हकीक के समुचित प्रयोग और शिव, लक्ष्मी, गुरु, शुक्र के अभिमंत्रित माला है आदिशक्ति माला| इसको धारण करने से न ...
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ओपल शुक्र का रत्न है और शुक्र धन-धान्य और भोग विलास का कारक है। शुक्र वृषभ राशि का अधिपति ग्रह है। ओपल अच्छा स्वास्थ्य, प्यार और संपन्...
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सूर्य ग्रह माणिक्य रत्न का स्वामी है। सूर्य की राशि सिंह है इसलिए सिंह राशि के लोगों को माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए।
सावधानी -जिस तरह से य...
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ओपल शुक्र का रत्न है और शुक्र धन-धान्य और भोग विलास का कारक है। शुक्र तुला राशि का अधिपति ग्रह है। ओपल अच्छा स्वास्थ्य, प्यार और संपन्...
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शनि ग्रह का रत्न नीलम जिसे अंग्रेजी में ब्लू सफायर कहते है। यह चमत्कारिक रत्न शनि देव के शुभ प्रभाव को बढ़ाने में रह मदद करता...
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ज्योतिषशास्त्र में शनि के रत्न नीलम का बड़ा महत्व है। कहते है नीलम रत्न में वह ताकद है जो राजा को रंक और रंक को राजा बना देता है। यह रत्न शनि...
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शनि ग्रह का रत्न नीलम जिसे अंग्रेजी में ब्लू सफायर कहते है। यह चमत्कारिक रत्न शनि देव के शुभ प्रभाव को बढ़ाने में रह मदद करता...
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ज्योतिषशास्त्र में शनि के रत्न नीलम का बड़ा महत्व है। कहते है नीलम रत्न में वह ताकद है जो राजा को रंक और रंक को राजा बना देता है। यह रत्न शनि...
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मां दुर्गा के जाप के लिए लाल चन्दन की माला सर्वोत्तम माला मानी गयी है। इसके अलावा मंगल ग्रह की शान्ति के लिए भी लाल चन्दन की माला का प्रयोग ...
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माता लक्ष्मी की उपासना के लिए स्फटिक की माला शुभ मानी गई है। स्फटिक पंचमुखी ब्रह्मा का स्वरूप है। मां लक्ष्मी और संसार के रचयिता ब्रह्म...
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मां लक्ष्मी से संबंधित होने के कारण लघु नारियल धन संबंधी परेशानियों को चुटकियों में दूर करने की क्षमता रखता है।
लघु नारियल साम...
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धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कमलगट्टे की माला सर्वोपरि है। कमल के फूलों का मां लक्ष्मी के पूजन में अत्य...
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भगवान शिव की आंखों से गिरा प्रथम आंसू ही एकमुखी रुद्राक्ष है। इस रुद्राक्ष को सबसे अधिक कल्याणकारी और महत्वपूर्ण माना गया है। पूरे...
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7 मुखी रुद्राक्ष पेंडेंट को कामदेव का रूप माना गया है। इस रुद्राक्ष का प्रभाव कई सालों तक बना रहता है। सात मुखी रुद्राक्ष पेंडेंट ...
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भगवान शिव का रुद्र रूप है ग्यारह मुखी रुद्राक्ष। ग्यारह मुखी रुद्राक्ष को शिखा में बांधना या गले में धारण करना चाहिए।
ग्या...
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चौदह मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव को सर्वप्रिय है। इसे हुनमान जी का स्वरूप माना जाता है। चौदह मुखी रुद्राक्ष 14 विद्या, 14 लोक, 14 मनु का स...
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धन की कमी को दूर करने के लिए विशेष रूप से लक्ष्मी आशीर्वाद माला की रचना की गई है। इस माला में पंच मुखी रुद्राक्ष और मां लक्ष्मी क...
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