पन्ना भाग्य रत्न अंगूठी -मिथुन राशि
बुध ग्रह का यह चमकदार रत्न आपको हर मुश्किल से बचाने कि शक्ति रखता है। पन्ना रत्न पहनने से आपकी किस्मत खुल सकती है। यह हल्के से गहरे हरे रंग का रत्न होता है। बुध ग्रह कन्या तथा मिथुन राशि का स्वामी है। बुध ग्रह वाणी, व्यापार, कला, वाणिज्य, शिक्षा, गणित, कॉमर्स आदि का कारक होता है। कन्या राशि तथा मिथुन राशि के जातकों को पन्ना रत्न धारण करने के बाद बहुत ही शीघ्र लाभ होता है। जीवन में खुशहाली आती है और जीवन में कभी धन कि कमी महसूस नहीं होती।
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अभिमंत्रित: | फ्री अभिमन्त्रण आचार्य रमन जी द्वारा |
विवरण
रत्न: | 5.25 रत्ती |
सर्टिफिकेट: | Government Approved Lab Certificate |
धातु: | पंचधातु |
वजन: | 3.5 से 5 ग्राम |
माप: | फ्री साइज (Adjustable) |
बुध ग्रह का यह चमकदार रत्न आपको हर मुश्किल से बचाने कि शक्ति रखता है। पन्ना रत्न पहनने से आपकी किस्मत खुल सकती है। यह हल्के से गहरे हरे रंग का रत्न होता है। बुध ग्रह कन्या तथा मिथुन राशि का स्वामी है। बुध ग्रह वाणी, व्यापार, कला, वाणिज्य, शिक्षा, गणित, कॉमर्स आदि का कारक होता है। कन्या राशि तथा मिथुन राशि के जातकों को पन्ना रत्न धारण करने के बाद बहुत ही शीघ्र लाभ होता है। जीवन में खुशहाली आती है और जीवन में कभी धन कि कमी महसूस नहीं होती।
हमने अक्सर देखा है की बड़े-बड़े बिज़नेस मैन, कलाकार, फ़िल्मी जगत के लोग, राजनीति से जुड़े लोग, नेता आदि पन्ना रत्न धारण करते है, इस रत्न के प्रभाव के कारण ही इन लोगों को प्रसिद्धि और धन एकसाथ मिलता है, समाज में मान-सम्मान मिलता है।
किन परिस्थितियों में धारण करे पन्ना
- पन्ना अगर मिथुन राशि के लोग धारण करते है तो पारिवारिक कलह से आपको राहत मिलती है, आपके माता का स्वास्थ्य ठीक रहता है। वाणी प्रभावशाली होती है फलस्वरुप व्यापार में तरक्की होती है।
- मिथुन लग्न के जातक जीवन में सफलता पाना चाहते है, व्यापार में यश तथा सरकारी कार्य में उच्च पद पाना चाहते है तो निसंकोच ही पन्ना रत्न धारण कर लेना चाहिए।
- अगर किसी के जन्म कुंडली में बुध छठें, आठवें, बारहवें भाव में हो तो पन्ना धारण करना चाहिए।
- अगर बुध धनेश होकर नवम भाव में हो, तृतीयेश होकर दशम भाव में हो, चतुर्थेश, सुखेश होकर ग्यारहवे भाव में हो तो पन्ना पहनना बहुत ही शुभ माना जाता है।
- अगर बुध शुभ स्थान का स्वामी होकर अष्टम भाव में हो तो पन्ना धारण करना शुभ होता है।
- अगर बुध की अंतर्दशा या महादशा चल रही हो तब भी पन्ना धारण करना उत्तम माना गया है।
- अगर बुध मंगल,शनि,राहु या केतु के साथ हो तो पन्ना धारण करना चाहिए।
- जिस जातक की कुंडली में बुध ग्रह शुभ स्थिति में है परन्तु अपना कम बल दे रहे है, उन जातकों को इस पन्ना रत्न अवश्य धारण करना चाहिए।
पन्ना रत्न अंगूठी के लाभ-
- इस रत्न को धारण करने से अनिश्चितता निश्चितता में बदल जाती है।
- विद्यार्थी अगर इस रत्न को पहनते है, तो उनकी बुद्धि तेज हो जाती है तथा एकाग्रता में वृद्धि होती है।
- यह रोगियों के लिए बलवर्धक, आरोग्यदायक और मानसिक शांति प्रदान करने वाला रत्न होता है।
- नेत्र रोगों के लिए पन्ना ईश्वर का वरदान है, यह आँखों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
- जिस घर में पन्ना होता है, उस घर में धन-धान्य,ऐश्वर्य और सुख-शांति कि कमी कभी नहीं होती।
- पन्ना रत्न धारण करने के बाद व्यापार का विस्तार होता है, वाणी प्रभावशाली होती है, दूसरे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने में आप कामयाब होते है।
- गणित और कॉमर्स से सम्बंधित शिक्षा प्रदान करनेवाले अध्यापकों के लिए पन्ना धारण करने से लाभ होता है।
- कोर्ट-कचेहरी से सम्बंधित कार्य करने वाले लोगों को पन्ना अवश्य धारण कर लेना चाहिए, इससे वाणी में मधुरता आती है तथा अपनी वाकपटुता से दूसरों को परास्त करने में कामयाब होते है।
- जो लोग फ़िल्मी क्षेत्र से जुड़े हुए है या अभिनय के क्षेत्र में अपना नाम कमाना चाहते है उनको यह रत्न शीघ्र ही धारण करना चाहिए।
पन्ना किस दिन धारण करें तथा इसकी विधि
पन्ना रत्न की अंगूठी शुक्ल पक्ष के बुधवार को सूर्योदय के पश्चात् बुध के मन्त्रों का 11 बार जाप करने के बाद धारण करे। धारण करने से पूर्व इस अंगूठी के ऊपर गंगाजल के छींटे लगाएं, उसके पश्चात् बुध देव के नाम की पांच अगरबत्तियां जलाएं और प्रार्थना करें की हे बुध देव, मैं आपका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यह अंगूठी धारण कर रहा हूँ, मुझे अपना आशीर्वाद प्रदान करें तथा 11 बार अगरबत्ती के ऊपर से घुमाते हुए ॐ बु बुधाय नमः का जाप करें, उसके बाद यह अंगूठी छोटी अंगुली में धारण करें।
हमसे क्यों लें
इस पन्ना जड़ित अंगूठी को हमारे अनुभवी ज्योतिषों द्वारा अभिमंत्रित किया गया है, जिससे यह आपको जल्द ही शुभ फल दे। इस अंगूठी के साथ सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा जो इस रत्न के ओरिजनल होने का प्रमाण है।