पुखराज बहुमूल्य रत्नों में से एक है। इस रत्न की रंगत पलाश के फूलों के जैसी होती है। इस रत्न का संबंध गुरु ग्रह से होता है। यह गुरु ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने वाला ग्रह होता है। यह धनु तथा मीन राशि वालों का प्रतिनिधित्व करता है। यह रत्न ज्ञान में वृद्धि कराता है।
Delivery: | Within 5 - 8 Business Days |
Free Shipping: | All over India |
Order on Call: | +91 82852 82851 |
Energization: | Free Energizaton by Acharya Raman |
Specification
Stone Weight: | 5.25 Ratti |
Certification: | Government Approved Lab Certificate |
Metal : | Panch Dhatu |
Ring Weight: | 3.5 to 5 Gms |
Ring Size : | Adjustable (Free Size) |
पुखराज बहुमूल्य रत्नों में से एक है। इस रत्न की रंगत पलाश के फूलों के जैसी होती है। इस रत्न का संबंध गुरु ग्रह से होता है। यह गुरु ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने वाला ग्रह होता है। यह धनु तथा मीन राशि वालों का प्रतिनिधित्व करता है। यह रत्न ज्ञान में वृद्धि कराता है।
राजनीतिज्ञ, न्यायाधीश, सरकारी क्षेत्र से जुड़े लोगों को यह रत्न धारण करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। उच्च पदाधिकारी इस रत्न को धारण कर लाभान्वित होते है।
पुखराज की अंगूठी शुक्ल पक्ष में गुरुवार के दिन सूर्योदय के पश्चात् गुरु के मन्त्रों का 11 बार जाप करने के बाद धारण करे। धारण करने से पूर्व इस अंगूठी पर दूध, गंगाजल, शहद का छींटा लगा दें। उसके पश्चात् गुरु देव के नाम की पांच अगरबत्तियां जलाएं और प्रार्थना करें की हे गुरु देव, मैं आपका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यह अंगूठी धारण कर रहा हूँ, मुझे अपना आशीर्वाद प्रदान करें तथा 11 बार अगरबत्ती के ऊपर से अंगूठी घुमाते हुए ॐ ब्रह्म बृह्स्पतिये नम: का जाप करें, उसके बाद यह अंगूठी तर्जनी अंगूली में धारण करें।
पुखराज की अंगूठी को हमारे ज्योतिषाचार्यों ने गुरु के मन्त्रों द्वारा अभिमंत्रित किया है, जिसके प्रभाव से जल्द ही आपको शुभ फल मिलते है। इस अंगूठी के साथ सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा, जो इस रत्न के ओरिजनल होने का प्रमाण है।