एशिया का सबसे बड़ा मंदिर कर्नाटक के बेंगलुरू में स्थित इस्कॉन मंदिर है जिसकी भव्यता और महिमा का गुणगान चारों दिशाओं में है। मंदिर के भूतल पर जहाँ श्री जगन्नाथ और श्री राधाकृष्ण मंदिर हैं वही सबसे ऊंची चोटी यानि 500 फीट ऊपर गगनचुम्बी श्री वेंकटेश्वर मंदिर की स्थापना की गई है। इस प्रसिद्ध मंदिर के द्वारा देश विदेश से आने वाले लोगों को भारतीय संस्कृति, धर्म, और रीतियों से रुबरु होने का अवसर मिलता है। मंदिर की इमारत में कई आधुनिक सुविधाएँ, जैसे- मल्टी-विजन सिनेमा थियेटर, कम्प्यूटर सहायता प्रस्तुतिकरण थियेटर एवं वैदिक पुस्तकालय और उपदेशात्मक पुस्तकालय आदि की व्यवस्था है। देश के बाकी इस्कॉन मंदिरों की तरह ही यह मंदिर भी अपनी अद्भुत शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है।
यह मंदिर ज्ञानवर्धक यात्रा का ऐसा अनुभव है जो मानवता की प्रगति, खुशियों और सौहार्दता के लिए भारत की शानदार कला, मूल्यों और योगदान का वर्णन करता है। मंदिर को वास्तु शास्त्र और पंचरात्र शास्त्र की बारीकियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस मंदिर को देखने से इसकी भव्य्ता का अहसास होता है। यूं तो भारत में कई मंदिर हैं लेकिन इस्कॉन मंदिर अपनी भव्यता और सुंदर वास्तुकला के लिए विश्वप्रसिद्ध है।
अन्य दर्शनीय स्थल
बैंगलोर में इस्कॉन मंदिर के अतिरिक्त प्रकृति प्रेमी लाल बाग घूम सकते हैं। यहाँ प्रकृति मनुष्य के साथ साक्षात्कार करती है। नंदी हिल्स पर स्थित टीपू सुल्तान के गर्मियों वाले महल की सैर जरूर करें। बैंगलोर आए पर्यटक बसावनागुडी, मनेश्वरम, गणपति मंदिर, नंदी मंदिर, गवि गंगाधरेवर मंदिर, सूर्यनारायण मंदिर देख सकते हैं।
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कैसे पहुंचे
कर्नाटक के बेंगलुरू में स्थित इस्कॉन मंदिर पहुंचने के लिए बेंगलुरू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम एयरपोर्ट है। नजदीकी यशवंतपुर रेलवे स्टेशन है। यहां से कोल्लूर के लिए बस-टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है।