मध्य प्रदेश के ओरछा शहर में स्थित भव्य चतुर्भुज मंदिर की स्थापत्य कला बेजोड़ है। मंदिर को देखने से उसके शिल्पकारों और कला की अनूठी प्रतिभा का आभास होता है। मध्य प्रदेश के अनेकों मंदिरों में से सबसे अधिक चतुर्भुज मंदिर की शिल्पकला और सौंदर्य का वर्णन किया जाता है। मंदिर की दीवारों को अनेक पौराणिक चित्रों की नक्काशी से सजाया गया है। चतुर्भुज मंदिर खजुराहो मंदिरों के दक्षिणी समूह में आता है। चौकोर मंच पर स्थित इस मंदिर के भव्य प्रवेशद्वार पर हिंदू धर्म की त्रिशक्ति ब्रह्मा, विष्णु और महेश के चित्रों की नक्काशी की गई है। ओरछा शहर का मुख्य आकर्षण चतुर्भुज मंदिर चार भुजाधारी भगवान विष्णु को समर्पित है। मंदिर की खूबसूरत शिल्पकला के दर्शन करने दूर-दूर से पर्यटक आते हैं।
मंदिर के आसपास का सुंदर और मनोरम वातारण इसके आकर्षण को बढ़ाता है। मंदिर में भगवान विष्णु की चतुर्भुज 9 फीट लंबी मूर्ति श्रद्धालुओं के मन को मोह लेती है। मूर्ति की भव्यता और सौंदर्य ही इस मंदिर का सबसे बड़ा आकर्षण है। मंदिर में अन्य हिंदू देवता जैसे विष्णु का नरसिंह अवतार तथा शिव का अर्धनारीश्वर अवतार की मूर्तियाँ भी हैं। इस मंदिर में एक गुफा, शिकारा, अर्धमंडप और महामंडप स्थित है।
निर्माण कथा
ओरछा के इस प्रसिद्ध भव्य मंदिर का निर्माण 1554 से 1592 के बीच राजा मधुकर शाह ने करवाया था। मंदिर के निर्माण से रोचक कहानी जुड़ी है। दरअसल, यह मंदिर भगवान राम की मूर्ति के लिए बनवाया गया था, लेकिन मूर्ति स्थापना के वक्त मूर्ति अपने स्थान से हिली नहीं। इसलिए यहां चतुर्भुज मंदिर में रामजी को स्थापित नहीं किया जा सका। बाद में इसमें भगवान विष्णु जी की सुंदर मूर्ति स्थापित की गई।
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अन्य दर्शनीय स्थल
प्राकृतिक सौंदर्य के धनी ओरछा शहर में पर्यटकों के लिए अनेक दर्शनीय स्थल हैं जो मध्य प्रदेश के ओरछा को खास बनाते हैं। ओरछा के चतुर्भुज मंदिर के बगल में स्थित राजा राम मंदिर और ओरछा किला, लक्ष्मी मंदिर, पालकी महल, जहांगीर महल, फूल बाग, राज प्रवीन महल के दिलचस्प नजारों का पर्यटक आनंद उठा सकते हैं।
कैसे पहुंचे
मध्य प्रदेश के ओरछा पहुंचने के लिए ग्वालियर स्थित राजमाता विजया राजे सिंदिया हवाई अड्डा सबसे निकटतम एयरपोर्ट है। नजदीकी रेलवे स्टेशन, झांसी जंक्शन रेलवे स्टेशन है। यहां से बस-टैक्सी सुविधा उपलब्ध है।