मणिपुर के इंफाल में स्थित हनुमान महाबली मंदिर, शहर में सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक है। महाबली जंगल में इंफाल नदी के तट पर स्थित हनुमान मंदिर में संकटमोचन की प्रतिमा स्थापित है। मंदिर की वास्तुकला एक बंगाली-शैली झोपड़ी-गुंबद के आकार के सामान है। माना जाता है कि यह मंदिर 1725 ई में राजा गरीब निवाज द्वारा बनवाया गया था। ऐसी मान्यता है कि मंदिर में भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। इसके अलावा मंदिर से इंफाल शहर का विंहगम नजारा भी देखने को मिलता है। इसके आसपास विभिन्न तरह के पेड़ लगे हुए हैं जो मंदिर के सौंदर्य को निखारते हैं। कहा जाता है कि आसपास के जंगलों में बड़ी संख्या में बंदर रहते हैं किंतु आश्चर्य की बात यह है कि इन बंदरों नें कभी भी जंगल की सीमा से बाहर कदम नहीं रखा।
अन्य दर्शनीय स्थल
इंफाल के सुंदर प्राकृतिक वातावरण में घूमने का मजा ही अलग है। कलकल करती नदियों और ऊंचे पहाड़ों के बीच पर्यटक रोमांचित हो उठते हैं। इंफाल में देखने लायक कई स्थान हैं जो सैलानियों को खूब लुभाते हैं। जैसे लोकटक झील जिसके पास शांति और मनोरंजन का अनुभव होता है। इंफाल के पर्यटन स्थलों में कांगला किले का बड़ा महत्व है। इसकी ऐतिहासिकता अद्भुत है। श्री गोविंद जी मंदिर साधारण किन्तु सुन्दर शिल्प का नमूना है। इसके अलावा इस्कॉन मंदिर, शहीद मीनार, सिरोही नैशनल पार्क घूम सकते हैं।
कैसे पहुंचे
मणिपुर के इम्फाल में स्थित श्री हनुमान महाबली मंदिर पहुंचने के लिए तुलीहाल हवाई अड्डा निकटतम एयरपोर्ट है। नजदीकी दीमापुर और जीरीबौम रेलवे स्टेशन है। यहां से बस-टैक्सी सुविधा उपलब्ध रहती है।